गंदा है पर धंधा हैं इनदिनों वन निगम में कुछ ऐसा ही खेल चल रहा है

गंदा है पर धंधा हैं इनदिनों वन निगम में कुछ ऐसा ही खेल चल रहा है

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रिपोट -सलीम अहमद साहिल

स्थान – रामनगर

रामनगर में इनदिनों लकड़ी तस्करों की मौज होती नजर आ रही हैं। मामला तराई पष्चिमी डिवीजन रामनगर की रेंज आमपोखरा से जुड़ा है। वन विभाग ने वन निगम को दो यूके लिप्टिस की लॉट काटने के लिए दी थी लेकिन इन लॉट से वन निगम के कुछ अधिकारी और कर्मचारी जमकर लकड़ी चोरी करवा रहे थे

वन निगम की लकड़ी तस्करों के साथ मिलीभगत का पर्दा प्रभागीय वनाधिकारी प्रकाश चंद्र आर्य ने खोल कर रख दिया है। क्या है पूरा मामला देखिये रामनगर से सलीम अहमद साहिल की रिपोर्ट।वन निगम द्वारा तराई पष्चिमी डिवीजन क्षेत्र में भ्रष्टाचार का ऐसा गंदा खेल खेला जा रहा है।

जो सरकार के राजस्व को तो लाखों का नुकसान पहुंचा रहा है। साथ जी जंगलों की खूबसूरती के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा था। दरअसल वन विभाग द्वारा वन निगम को यूकेलिप्टस के पेड़ काटने की परमिशन दी गई थी और इसी परमिशन के आड़ में वन निगम के अधिकारियों ने लकड़ी माफियाओं के साथ मिलकर चोरी छुपे यूके लिप्टिस को बेचने का गंदा धंदा शुरू किया लेकिन यह गंदा धंधा ज्यादा दिन नहीं चला डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य को जैसे ही इस पूरे लकड़ी तस्करी के धंधे की खबर लगीतो प्रकाश चंद्र आर्य ने अपना मुखबिर तंत्र एक्टिव किया जैसे ही लकड़ी माफियाओं द्वारा यूकेलिप्टस के पेड़ों को अपने गोपनीय अड्डे पर ले जाकर रखा तभी डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य के निर्देशों पर तैयार हुई टीम ने फिल्मी अंदाज लकड़ी माफियाओं पर कार्यवाही कर दी और कार्रवाई में लाखों की तादाद पर यूके लिप्टस की लकड़ियां बरामद की गईडीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।वन निगम के खिलाफ भी अब कार्रवाई करने की तैयारी डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य द्वारा कर ली गई है

वही अपने फर्ज से गद्दारी कर पैसों के ललच मेंसरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाने वाले और वन विभाग की आंखों में धूल झोंकने की नाकाम कोशिश करने वाले अब डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य की कार्रवाई से बुरी तरह बौखला गये है और अब मीडिया के आगे अपनी सफाई पेश करते हुए नजर आ रहे हैं । क्या कुछ कहा अपनी सफाई में वन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक हरीश पाल ने आप भी सुनिएबरहाल माफियाओं के साठगांठ से सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाने वाले वन निगम के अधिकारियों का खेल डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने फेल कर दिया है और वन विभाग के डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य की कार्रवाई से वन निगम पूरी तरह बौखला चुका है और अब जांच की मांग कर रहा है। ऐसा नही है कि वन निगम में लकड़ी तस्करी के काले कारोबार का पर्दाफाश पहली बार हुआ है इससे पहले भी ज्वाला वन में वन निगम की लॉट से करोड़ों रुपये की लकड़ी तस्करी का मामला मीडिया में उजागर होने के बाद आनन फानन में दो अधिकारियों को वन निगम ने सस्पेंड कर खाना पूर्ति कर दी गई थी क्या आमपोखरा रेंज को भी अब ज्वाला वन बनाना चाहता है

वन निगम ऐसे में देखने वाली बात होगी कि वन विभाग वन निगम के ओर कितने भ्रष्टाचार के खेलों से पर्दाफाश करता है अगर वन विभाग की जांच इस पूरे मामले की तय तक पहुँची तो वन निगम के उन भ्रष्टा अधिकारियों पर गाज गिरना तय हैं जो इस पूरे लकड़ी तस्करी के मामले में लिप्त हैं और वन निगम जिनको अभी तक बचाने के अथक प्रयास करता नजर आ रहा है।