भू धंसाव प्रभावित जोशीमठ नगर में सीबीआरआई के इंजीनियरों की टीमों के एक बार फिर से मकानों के सर्वे के लिए पहुंचने

भू धंसाव प्रभावित जोशीमठ नगर में सीबीआरआई के इंजीनियरों की टीमों के एक बार फिर से मकानों के सर्वे के लिए पहुंचने

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सबसे पहले खबरें जानने के लिए हमारे न्यूज़ चैनल. News Portal uk को सब्सक्राइब करें .ख़बरों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9634912113,- 8057536955 न्यूज़ पोर्टल, उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में सभी विधान सभा स्तर पर संवाददाता\विज्ञापन संवाददाता, ब्यूरो चीफ की आवश्यकता है

रिपोट -संजय कुंवर

स्थान -जोशीमठ

भू धंसाव प्रभावित जोशीमठ नगर में सीबीआरआई के इंजीनियरों की टीमों के एक बार फिर से मकानों के सर्वे के लिए पहुंचने और अब आपदा सचिव का भी जोशीमठ पहुंच कर सक्रिय होना भू धंसाव प्रभावित परिवारों के लिए हलचल बढ़ा गया है, जोशीमठ में सीबीआरआई टीम ने फिर शुरू किया भवनों का निरीक्षण, मारवाड़ी से लेकर गांधी नगर, सिंहधार, तहसील मनोहर बाग, मध्य सुनील, सहित अन्य यलो और रेड जॉन के मकानों का और उनमें आई दरारों की स्थिति का किया ताजा जायजा लेते हुए टीम ने किया है नया आकलन, आज दोपहर को नगर पालिका पोटा सभागार में आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा लेंगे सीबीआरआई,प्रशासन,और भू धंसाव प्रभावितो और जन प्रतिनिधियों के साथ एक महत्व पूर्ण बैठक,

जिसमे जोशीमठ के पुनर्निर्माण सहित पुनर्वास, औरनगर की दिशा और दशा के बारे में प्लान किया जायेगा तैयार, जोशीमठ नगर वासियों को इस बैठक पर है बड़ी उम्मीद, दरअसल बीते वर्ष भू धंसाव आपदा के दौरान नगर में 868 भवनों में दरारें चिह्नित की गई थीं जबकि181 भवन असुरक्षित श्रेणी में रखे गए थे। अब जबकिभू-धंसाव के एक साल बाद सीबीआरआई की टीम ने जोशीमठ के भवनों का निरीक्षण फिर से दोबारा शुरू कर दिया है। जिससे भू धंसाव प्रभावित परिवारों में हलचल बढ़ना लाजिमी है, वहीं इस निरीक्षण के तहत नगर में भवनों में आई दरारों की स्थिति का नया आकलन तैयार किया जा रहा है।

साथ ही वर्तमान समय में यदि कोई नया भवन असुरक्षित श्रेणी में आया होगा या दरार वाला कोई भवन पिछले साल चिह्नित नहीं हो पाया होगा तो उसे भी सीबीआरसी के इंजीनियरों की टीम द्वारा दोबारा चिह्नित किया जा रहा है,नगर में विगत वर्ष भू-धंसाव के समय सीबीआरआई (सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट) ने ही जोशीमठ नगर छेत्र के भवनों का निरीक्षण किया था। भू धंसाव आपदा के दौरान नगर में 868 भवनों में दरारें चिह्नित की गई थीं जबकि 181 भवन असुरक्षित श्रेणी में रखे गए थे। अब एक बार फिर सीबीआरआई की टीम ने भवनों का निरीक्षण शुरू कर दिया है।

बृहस्पतिवार और शुक्रवार को टीम ने विभिन्न वार्डों में जाकर मकानों में आई दरारों का निरीक्षण किया। इस टीम के साथ प्रशासन, नगर पालिका व लोनिवि सहित अन्य विभागों के 50 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। वहीं जो भवन पिछले साल सर्वे में छूट गए थे उनपर भी निशान लगाए जा रहे हैं साथ ही यदि कोई भवन असुरक्षित श्रेणी में आ रखा है तो उसपर क्राॅस का निशान लगाया जा रहा।बता दें कि फिलहाल अभी कोई नया असुरक्षित भवन टीम को नहीं मिला है। इधर तहसीलदार जोशीमठ रविशाह ने बताया कि सीबीआरआई की टीम आपदा प्रभावित भवनों का निरीक्षण करने जोशीमठ पहुंची है। इस बीच शुक्रवार को आपदा सचिव डा०रंजीत कुमार सिन्हा भी जोशीमठ पहुंचे

और उन्होंने सीबीआरसी टीम से मुलाकात की। आज नगर पालिका जोशीमठ के पोटा केबिन में जोशीमठ भू धंसाव आपदा को लेकर सीबीआरसी के नए सर्वेक्षण और वे वर्तमान हालातों सहित जिओ टेक्निकल सर्वे रिपोर्ट और जोशीमठ के प्रभावितों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण की कार्यवाही पर आपदा सचिव डा रंजीत सिन्हा की अध्यक्षता में CBRI प्रशासन और भू धंसाव प्रभावित परिवारों के अलावा जन प्रतिनिधियों के मध्य जोशीमठ के नए प्लान और पुनर्वास पुनर्निर्माण को लेकर एक महत्व पूर्ण बैठक में भू धंसाव के ताजा हालातो को लेकर विशेष चर्चा होने जा रही है, इसलिए आज की इस बैठक को जोशीमठ के भू धंसाव प्रभावितो के लिए अहम माना जा रहा है, ऐसे में आज दोपहर को होने वाली इस बैठक पर आज सभी की पैनी नजर है