उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सबसे पहले खबरें जानने के लिए हमारे न्यूज़ चैनल. News Portal uk को सब्सक्राइब करें .ख़बरों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9634912113,- 8057536955 न्यूज़ पोर्टल, उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में सभी विधान सभा स्तर पर संवाददाता\विज्ञापन संवाददाता, ब्यूरो चीफ की आवश्यकता है
रिपोर्टर – संजय कुंवर
स्थान – पांडुकेश्वर जोशीमठ
मुख्य आधार शिविर और पांडु नगरी के नाम से प्रसिद्ध पांडुकेश्वर गांव में नवनिर्मित भव्य और दिव्य मंदिर में भगवान कुबेर जी की मूर्ति मकर संक्रांति के पावन पर्व पर विराजमान हो जाएगी। जिसके लिए मंदिर में शुक्रवार से धार्मिक पूजन और अनुष्ठान महविद्या पाठ सहित अन्य पूजाएं वैदिक परंपरा के साथ शुरू हो गए हैं। वहीं पांडुकेश्वर में स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर और
इसके आसपास के परिसर की भी आज साफ सफाई बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार के मार्गदर्शन में बीकेटीसी मंदिर समिती के कर्मचारियों ने ब्रहद्र स्वच्छता अभियान चलाया है, इससे पूर्व पांडुकेश्वर गांव की महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों और आभूषणों से सुसज्जित होकर भव्य कलश यात्रा निकाली। बता दें की पांडुकेश्वर में बद्रीनाथ मंदिर के बद्रीश पंचायत के मुख्य सदस्य कुबेर जी व उद्धवजी के शीतकालीन प्रवास स्थल हैं।
यहां पर कुबेर जी का मंदिर जीर्णशीर्ण हो गया था, जिसकी जगह पर पांडुकेश्वर गांव के ग्रामीणों ने अब भव्य मंदिर तैयार कर लिया है। अब मकर संक्रांति पर्व पर धार्मिक विधि विधान और वैदिक परंपरा के साथ भगवान श्री कुबेर जी की मूर्ति अपने नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हो जायेगी। इसके निमित शुक्रवार से मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं।
शुक्रवार सुबह महिलाएं पारंपरिक परिधान में कुबेर मंदिर पहुंचीं और कलश यात्रा निकाली गई। महिलाएं अलकनंदा नदी से कलश में जल भरकर मंदिर पहुंचीं। इस जल से मंदिर का शुद्धीकरण किया गया है। कुबेर दिवारा समिति के सचिव जसवीर सिंह मेहता ने बताया कि 15 जनवरी को विशेष पूजा-अर्चना कर विधि विधान के साथ कुबेर जी की मूर्ति नए मंदिर में विराजमान हो जाएगी।