ठगी के शिकार पीड़ितों से पैसा वापसी फार्म के नाम पर ठगी का आरोप, निशुल्क प्रक्रिया के बावजूद मौके से बरामद हुआ नोटों से भरा बैग

ठगी के शिकार पीड़ितों से पैसा वापसी फार्म के नाम पर ठगी का आरोप, निशुल्क प्रक्रिया के बावजूद मौके से बरामद हुआ नोटों से भरा बैग

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रिपोटर -गोविन्द चौधरी

स्थान -लक्सर

लक्सर तहसील परिसर स्थित एक अस्थाई रूप से आवंटित कार्यालय में इन दिनों प्रशासन के मुताबिक किसी NGO के जरिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा ठगी के शिकार क्षेत्रवासियों को धन वापसी करने अथवा कराने के लिए एक प्रयास किया जा रहा है और NGO द्वारा अनियमित जमा योजना पाबंदी कानून- 2019 की नियमावली का लिखित हवाला देकर किसी आवेदन पत्रों को भरवाने के नाम पर ठगी के शिकार पीड़ितो से ही ठगी को अंजाम दिए जाने की लगातार शिकायतें भी सामने आ रही थी जिसका मीडिया के जरिए संज्ञान लेकर आज उप जिला मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह चौहान द्वारा गुप्त रूप से अपने कर्मचारियों को मौके पर भेजकर इसकी अंदरूनी जांच कराई गई तो एक के बाद एक कईं शिकायतकर्ताओं द्वारा पंजीकरण फार्म भरवाने के नाम पर उगाही के खुलकर आरोप सामने आ गए

जिसके बाद आज उप जिला मजिस्ट्रेट द्वारा भेजे गए अधीनस्थों के माध्यम से जांच पड़ताल में NGO के अस्थाई कार्यालय में नोटों से भरा हुआ बैग भी बरामद करा लिया गया वंही उप जिला मजिस्ट्रेट द्वारा मामले की गंभीरता परखते हुए मौके पर पुलिस बल भेजकर संबंधित कर्मचारियों को तलब करते हुए मामले की जांच मुख्य प्रशासनिक अधिकारी की निगरानी में शुरू कर दी गई है बताते चलें कि मौके पर उगाही का राज़ खुलते ही इस दौरान जमकर हंगामा भी देखा गया जहां शिकायतकर्ताओं द्वारा फार्म भरवाने के नाम पर 100-100 उगाही करने का गंभीर आरोप लगाया गया है वहीं दूसरी ओर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी वीरेंद्र दत्त शर्मा के मुताबिक मामला संज्ञान में आने के बाद मौके का निरीक्षण किया गया है

दूसरी तरफ NGO कर्मी के मुताबिक वह निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं NGO कर्मी द्वारा मामला नाजीर और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के संज्ञान में होने का हवाला देकर आरोप लगाया जा रहा है कि प्रशासन के पास स्टाफ नहीं होने के कारण निजी स्टाफ कर्मचारियों को रखा गया है जबकि NGO कर्मी सिर्फ निगरानी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं !