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रिपोटर-धर्मेंद्र सिंह
स्थान-मसूरी
एमपीजी कालेज मसूरी में एनएसयूआई ने महाविद्यालय के शिक्षक के एबीवीपी अध्यक्ष बनाये जाने का विरोध किया और पुतला दहन किया साथ ही आरोप लगाया कि वह एबीवीपी को बढावा दे रहे हैं वहीं एबीवीपी ने भी एनएसयूआई के विरोध में प्रदर्शन किया और प्रधानाचार्य को ज्ञापन देकर आरोपी शिक्षक को हटाने की मांग की
एमपीजी कालेज में एनएसयूआई ने एक शिक्षक का विरोध कर नारेबाजी कर उनका पुतला दहन किया
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस ने कहा कि कालेज का एक शिक्षक एबीवीपी के अध्यक्ष है और उनको सपोर्ट करते है और उनकी बैठकों में जाते हैं, जबकि कालेज में नहीं आते ऐसे में शिक्षक कैसे पढाई करवायेगा उन्होंने कहा कि जब तक उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तब तक एनएसयूआई विरोध करेगा
वहीं छात्र नेता जसपाल गुसांई ने कहा कि कालेज का एक शिक्षक लगातार एबीवीपी के बैठकेां में जाते हैं और इस मानसिकता के शिक्षक कालेज में ही नहीं पूरे प्रदेश में नहीं होना चाहिए
वहीं दूसरी ओर एबीवीपी ने इस मामले में शिक्षक का समर्थन करते हुए एनएसयूआई के खिलाफ नारेबाजी की
छात्र संघ अध्यक्ष प्रीतम ने कहा कि एबीवीपी में शिक्षक आज नहीं बल्कि पहले से ही मार्गदर्शक के रूप में सहयोग करते है, एनएसयूआई का आरोप बेबुनियाद है वह किसी भी छात्र के साथ पक्षपात नहीं करते
एबीवीपी के छात्र नेता हरीश ने कहा कि एबीवीपी विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है और संगठन में बहुत से शिक्षक मार्गदर्शक का कार्य करते हैं यह मसूरी में ही नहीं कई महाविद्यालयों में शिक्षक मार्ग दर्शक का कार्य करते है इनका आरोप बेबुनियाद ही नहीं जानकारी के अभाव मे दिया गया बयान है