मां नंदा-सुनंदा की मूर्ति निर्माण के लिए हल्द्वानी से गाजे-बाजे के साथ ले जाया गया कदली वृक्ष

मां नंदा-सुनंदा की मूर्ति निर्माण के लिए हल्द्वानी से गाजे-बाजे के साथ ले जाया गया कदली वृक्ष

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रिपोटर -दीपक अधिकारी

स्थान -हल्द्वानी

मां नंदा-सुनंदा की मूर्ति निर्माण के लिए इस बार हल्द्वानी से कदली वृक्ष ले जाया गया है। यहां स्थित चंद्रावती कॉलोनी पीलीकोठी बड़ी मुखानी निवासी विपिन चंद्र लोहनी के यहां से कदली वृक्ष ले जाया गया है। आयोजन समिति राम सेवक सभा के सदस्य गुरुवार को यहां पहुंचे जहां भक्तों ने गाजे बाजे के साथ कदली वृक्ष को विदा किया। कदली वृक्ष के लिए तमाम जगहों का निरीक्षएा किया गया था लेकिन मां नंदा सुनंदा की मूर्ति निर्माण के लिए हल्द्वानी में मौजूद वृक्ष को सबसे उपयुक्त माना गया। कदली वृक्ष रूसी बाईपास होते हुए सूखाताल लाया जाएगा

जहां पर पूजा अर्चना होगी। वहीं तल्लीताल वैष्णों देवी मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के बाद कदली वृक्ष का नगर भ्रमण होगा अंत में नयना देवी मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के बाद मूर्ति निर्माण के लिए वृक्ष को सेवा समिति भवन में रखा जाएगा। और कल यानी 22 सितंबर को मूर्ति निर्माण होगा 23 सितंबर अष्टमी को ब्रह्म मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए नयना देवी मंदिर में रखा जाएगा। जिसके बाद 23 सितंबर से 26 सितंबर तक हर रोज मंदिर परिसर में 6 बजे पंच आरती प्रसाद वितरण व रात को देवी पूजन तथा देवी भोग होगा।

24 सितंबर नवमी को सुबह दुर्गा सप्तमी पाठ एवं हवन दोपहर को कन्या पूजन के बाद डीएसए मैदान में विशाल भंडारे का आयोजन किया होगा 25 सितंबर को दो बजे से नंदा चालीसा व भजन तथा शाम को नैनी झील में दीपदान किया जाएगा 26 सितंबर को सुंदरकांड तथा 27 सितंबर को सुबह देवी पूजन के बाद दोपहर 12 बजे से नगर में मां नंदा सुनंदा का डोला भ्रमण होगा जिसके बाद शाम को गोल्ज्यू मंदिर के समीप मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों को विसर्जित किया जाएगा