“लगा कंधा उखड़ जाएगा…” ओवल टेस्ट में दर्द से जूझते क्रिस वोक्स ने बयां की जज्बे की कहानी, शुभमन गिल की बात ने छू लिया दिल

“लगा कंधा उखड़ जाएगा…” ओवल टेस्ट में दर्द से जूझते क्रिस वोक्स ने बयां की जज्बे की कहानी, शुभमन गिल की बात ने छू लिया दिल

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए ओवल टेस्ट मैच में मैदान पर जज्बा, खेल भावना और सम्मान की एक मिसाल देखने को मिली। इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स ने कंधे की गंभीर चोट के बावजूद बल्लेबाजी कर सभी का दिल जीत लिया।

वोक्स ने मैच के बाद ‘द गार्जियन’ को दिए इंटरव्यू में अपनी तकलीफ और उस लम्हे की भावनाओं को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे वह कंधे की चोट के बावजूद मैदान पर उतरे और कैसे शुभमन गिल की बात ने उनका दिल छू लिया।

“पहला शॉट सबसे दर्दनाक था…”

क्रिस वोक्स ने कहा,

“मैंने सिर्फ कोडीन ली थी और कंधा बहुत दुख रहा था। जब मैं क्रीज पर गया तो पहला शॉट सबसे दर्दनाक था। रन लेने की कोशिश की और आदतन दौड़ पड़ा, जबकि हाथ बंधा हुआ था। उस वक्त सच में लगा कि कंधा फिर से बाहर न निकल जाए। इसलिए आपने मुझे हेलमेट फेंकते, दांतों से ग्लव्स उतारते और कंधा चेक करते हुए देखा होगा।”

भारतीय टीम और दर्शकों से मिला सम्मान

जब वोक्स चोट के बावजूद मैदान पर उतरे, तो दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाईं, वहीं भारतीय खिलाड़ियों ने भी उनके जज्बे का सम्मान किया। क्रिकेट की यही खूबसूरती मैदान पर दिखी, जब प्रतिद्वंद्वी भी इंसानियत और हिम्मत को सलाम करता है।

शुभमन गिल की सराहना

वोक्स ने आगे बताया कि मैच के बाद शुभमन गिल ने उनसे खास बातचीत की।

“शुभमन गिल ने कहा कि ‘आपका मैदान पर आना और बल्लेबाजी करना बहुत प्रेरणादायक था।’ यह सुनकर दिल से अच्छा लगा। कभी-कभी ये छोटी बातें खिलाड़ी के दिल को छू जाती हैं।”

खेल भावना की मिसाल

क्रिस वोक्स की यह कहानी बताती है कि खिलाड़ी केवल रन और विकेट से नहीं, बल्कि अपने जज्बे और समर्पण से भी दिल जीतते हैं। और जब विपक्षी टीम के खिलाड़ी भी सम्मान दें, तो वह पल खेल से ऊपर हो जाता है।


क्रिकेट केवल खेल नहीं, यह जज्बे, सम्मान और इंसानियत का संगम है। क्रिस वोक्स और शुभमन गिल की यह कहानी उसी भावना की एक खूबसूरत मिसाल है।