
देहरादून, 4 अगस्त
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षाबंधन के पावन पर्व पर प्रदेश की माताओं और बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इसी के साथ उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए ‘जल सखी योजना’ की घोषणा की, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है।


इस योजना के अंतर्गत महिला स्वयं सहायता समूहों को पेयजल आपूर्ति, जल कनेक्शन, वसूली और रखरखाव जैसे कार्य सौंपे जाएंगे। इससे न केवल महिलाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि गांवों में जल प्रबंधन की प्रक्रिया में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित होगी।



भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक ने योजना की सराहना करते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री धामी केवल प्रदेश के मुखिया के रूप में नहीं, बल्कि एक भाई के रूप में महिलाओं की चिंता कर रहे हैं। रक्षाबंधन के पर्व पर उन्होंने जो पहल की है, वह प्रदेश की बहनों को आत्मनिर्भरता की डोर से जोड़ने की दिशा में एक संवेदनशील और ठोस प्रयास है।”



‘जल सखी योजना’ को महिला सशक्तिकरण, रोजगार सृजन और जल प्रबंधन सुधार जैसे कई आयामों से जोड़कर देखा जा रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि गांव की महिलाएं केवल जल की उपभोक्ता नहीं, बल्कि उसकी प्रबंधक भी बनें।


इस पहल को प्रदेश में महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने और सामाजिक-आर्थिक विकास के रूप में भी देखा जा रहा है। जल्द ही इस योजना का क्रियान्वयन चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुरू किया जाएगा।


