
स्थान : देहरादून

उत्तराखंड पुलिस और एसटीएफ को ड्रग्स के खिलाफ अभियान में बड़ी सफलता मिली है। डीजीपी दीपम सेठ ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ व स्थानीय पुलिस ने नानकमत्ता थाना क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए हाई प्रोफाइल ड्रग बनाने में इस्तेमाल होने वाले प्रतिबंधित रसायन और एमडीएमए बरामद की है। इस कार्रवाई में मुख्य आरोपी कुणाल कोहली को गिरफ्तार किया गया है।


बरामदगी में 126 लीटर प्रतिबंधित केमिकल, 28 किलो पाउडर और 7.41 ग्राम एमडीएमए ड्रग शामिल हैं। डीजीपी सेठ ने बताया कि पकड़ा गया केमिकल NDPS एक्ट के तहत प्रतिबंधित श्रेणी में आता है और इसका प्रयोग हाई प्रोफाइल सिंथेटिक ड्रग्स बनाने में होता है।

ड्रग फ्री उत्तराखंड की मुहिम तेज


डीजीपी ने बताया कि “ड्रग फ्री उत्तराखंड” के लक्ष्य को लेकर सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और एसटीएफ को नशा तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में चंपावत व पिथौरागढ़ पुलिस ने बीते शनिवार को संयुक्त चेकिंग अभियान के दौरान चंपावत क्षेत्र में शारदा नदी किनारे एक महिला को संदिग्ध हालत में भागते हुए पकड़ा। महिला के पास से करीब ₹10.30 करोड़ कीमत की 5.5 किलो एमडीएमए बरामद की गई थी।

पुलिस की इस कार्रवाई के बाद फरार दो आरोपियों की तलाश शुरू हुई थी, जिसमें अब मुख्य आरोपी कुणाल कोहली को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अब फरार दूसरे आरोपी रोहित की तलाश में जुटी है।


एसटीएफ और पुलिस की टीम को डीजीपी ने दी बधाई
डीजीपी दीपम सेठ ने इस सफलता के लिए एसटीएफ और संबंधित पुलिस टीम को बधाई दी और कहा कि नशे के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस का अभियान जारी रहेगा। उन्होंने जनता से भी अपील की कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

