
रिपोर्टर – अंजली पंत
स्थान – हल्द्वानी
हल्द्वानी का गोलापार इलाका इन दिनों एक गंभीर संकट से गुजर रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के इस हिस्से पर गलत जगह खोला गया एक खतरनाक कट लोगों की जान का दुश्मन बन चुका है। स्थानीय लोग इस रास्ते को अब “मौत का कट” कहने लगे हैं।



बीते कुछ महीनों में यहां कई भीषण सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें निर्दोष लोगों की जानें चली गईं। ताजा दुर्घटना के बाद स्थानीयों का गुस्सा फूट पड़ा है और अब उन्होंने सड़क पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी है।


खतरनाक डिजाइन बना दुर्घटना का कारण
लोगों का कहना है कि एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) की लापरवाही के चलते यह कट गलत स्थान पर बनाया गया है, जहां से सामने से आ रहे ट्रैफिक की कोई स्पष्ट विजिबिलिटी नहीं है। ऐसे में तेज़ रफ्तार में मुड़ने की कोशिश करना हादसे को न्योता देना है।

“अगर इस कट को 300 मीटर आगे शिफ्ट कर सही जगह पर U-Turn बनाया जाए, तो हादसे रोके जा सकते हैं,” – एक स्थानीय निवासी ने बताया।
सुनवाई नहीं, बस हादसे
गोलापार और आसपास के गांवों के लोगों ने कई बार प्रशासन, एनएचएआई और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपे, सोशल मीडिया पर वीडियो डाले और व्यक्तिगत स्तर पर शिकायतें कीं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अब लोग सीधे सवाल पूछ रहे हैं:
“आख़िर और कितनी जानें जाएंगी, तब जाकर यह सिस्टम जागेगा?”
जिम्मेदारों की चुप्पी पर जनता का अल्टीमेटम
स्थानीय लोगों ने चेताया है कि अगर जल्द ही इस कट को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट नहीं किया गया, तो वे राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाकर आंदोलन करेंगे।

ये सिर्फ निर्माण नहीं, ज़िंदगियों की सुरक्षा का सवाल है
गोलापार की जनता अब चुप बैठने के मूड में नहीं है। यह मसला सिर्फ एक सड़क कट या U-Turn का नहीं, हज़ारों जिंदगियों की सुरक्षा का है। लोगों का कहना है कि वे अब और अपनों की लाशें नहीं उठाना चाहते, उन्हें चाहिए एक सुरक्षित हाईवे, जहां चलना मौत से साक्षात्कार न हो।

