देहरादून।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा , उत्तराखंड द्वारा हिंदुस्तान में पहलीबार आराध्य भगवान श्री चित्रगुप्त जी की कथा का आयोजन किया जा रहा है। न्याय के देवता भगवान चित्रगुप्त जी की यह कथा देवनगरी ऋषिकेश में गंगा तट पर स्थित परमार्थ
निकेतन में आयोजित होगी । यह कथा 15 सितंबर 2024 को शुबह 09 बजे से प्रारंभ होगी।कथा से पूर्व पूरे देश से आ रहे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के पदाधिकारियों की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय की अध्यक्षता में आहूत है जिसे कबीर चौरा आश्रम में 14 सितंबर को किया जाएगा । इस कथा में तैंतीस कोटि देवताओं के समूह में भगवान चित्रगुप्त जी की महिमा का व्याख्यान धर्मगुरु और विद्वतजनों द्वारा किया जायेगा।
देवभूमि उत्तराखंड के ऋषिकेश में आयोजित भगवान श्री चित्रगुप्त कथा में देश ही नहीं विदेशों से भी लोग प्रतिभाग कर रहे है । इस आयोजन में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी , काशी से हरिश्चंद्र घाट के अवधूत उग्रचण्डेश्वर कपाली बाबा जी , श्री चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी सच्चिदानंद पशुपति जी , कबीर चौरा आश्रम के पीठाधीश्वर कपिल
मुनि महाराज व श्री नरसिंह कृपाधाम के अध्यक्ष आचार्य शशिकांत मुख्य रूप से मौजूद होंगे । इस विषय में जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस महान आयोजन में देश नहीं विदेशों से भी लोग प्रतिभाग करेंगे । रवि सारण ने प्रेस को बताया कि यह हम सब का सौभाग्य है की पहली बार हम सब भगवान चित्रगुप्त जी की कथा का श्रवण करेंगे । प्रेस
वार्ता में महासचिव सर्वेश माथुर , वरिष्ठ उपाध्यक्ष विवेक मोहन श्रीवास्तव , महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष अनिता सक्सेना , संगठन मंत्री सुशील सक्सेना , कोषाध्यक्ष हितेंद्र सक्सेना , युवा प्रदेश संगठन मंत्री ललित श्रीवास्तव , नीतीश चंद्र उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ सहित कई लोग मौजूद रहे । महासभा ने
अनुरोध है कि सभी समाज के लोग सपरिवार इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल हो कर आध्यात्मिक पावन पल के साक्षी बने