पिरूल वुमेन मंजू आर साह ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के देती है पिरूल घास से नये नये टिप्स।

पिरूल वुमेन मंजू आर साह ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के देती है पिरूल घास से नये नये टिप्स।

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सबसे पहले खबरें जानने के लिए हमारे न्यूज़ ही चैनल. News Portal uk सब्सक्राइब जरूर करें .ख़बरों और विज्ञापन के लिए संपर्क करें – 9634912113,- 8057536955 न्यूज़ पोर्टल, उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल में सभी विधान सभा स्तर पर संवाददाता\विज्ञापन संवाददाता, ब्यूरो चीफ की आवश्यकता हैं

रिपोर्ट। ललित जोशी।

स्थान -नैनीताल

सरोवर नगरी नैनीताल से 22 किलोमीटर दूर ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी भीमताल में लगी पुस्तक प्रदर्शनी में पिरूल वुमेन मंजू आर साह को अपनी पिरूल घास से बनाई हुई वस्तुओं का प्रदशनी में लगाने का मौका मिला।पिरूल घास से बनाये गये समान की सराहना प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की।

जिसमे उत्तराखण्ड के लोक कलाकार प्रहलाद मेहरा यूनिवर्सिटी के निदेशक व स्थानीय लोगों के साथ साथ कॉलेज के बच्चो ने भी मंजू के पिरूल से बनी वस्तुओ की खुब सरहना करी तथा उनसे इस प्रकार का कार्य सीखने की इच्छा प्रकट करी।यहाँ बता दें अल्मोड़ा की रहने वाली राजकीय कन्या इंटर कॉलेज ताड़ीखेत में प्रयोगशाला सहायक के पद पर कार्यरत शिक्षिका और उत्तराखण्ड में पिरूल वूमेन नाम से प्रसिद्ध मंजू आर साह इन दिनों उत्तराखण्ड की महिलाओं एवम युवतियों को रोजगार प्रदान कर रही।

यह बेकार समझे जाने वाले पिरुल के माध्यम से तथा वेस्ट मैनेजमेंट से सुंदर रचना कर आजीविका चलाने के लिए लोगो को प्रेरित कर रही है।जिसमे वे पिरुल के माध्यम से वे पैन स्टैंड, वॉल हैंगर, टोकरी कंडी और तहर तहर की सुन्दर रचना बना रही है।गौर तलब है कि मंजू व उनकी टीम ने पिरूल से राखी बनाने का कार्य भी किया जो की उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास भी पहुंची, जिस की सराहना मुख्यमंत्री के द्वारा की गई।

मंजू निर्धन महिलाओं को आज भी फ्री में प्रशिक्षण देने का कार्य कर रही है।मंजू आर साह का जन्म कपकोट में हुआ तथा उनकी स्कूली शिक्षा दिशा भी कपकोट से ही हुई।2004 में अल्मोड़ा से स्नातक करने के उपरांत सुसोलॉजी तथा एजुकेशन से परास्नताक की शिक्षा ली