क्रिश्चियन परिवारों ने प्रशासन से कब्रिस्तान के लिए भूमि देने व चर्च की भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने करी मांग

क्रिश्चियन परिवारों ने प्रशासन से कब्रिस्तान के लिए भूमि देने व चर्च की भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने करी मांग

रिर्पोट: लक्ष्मण बिष्ट

स्थान:लोहाघाट

सैकड़ों वर्षों से लोहाघाट में रहने वाले लगभग 8 क्रिश्चियन परिवारों के सामने मृतकों का अंतिम संस्कार करना किसी चुनौती से कम नहीं है उन्होंने प्रशासन से कब्रिस्तान के लिए भूमि देने की मांग करते हुए तथा उनकी चर्च की भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने की मांग करी क्रिश्चियन परिवार की रेखा ,सुरेश डेविड , प्रदीप, रॉबिन प्रकाश आदि ने कहा जब उनके परिवार में किसी की मौत हो जाती है तो उन लोगों के सामने मृत व्यक्ति को दफनाने की बड़ी भारी समस्या हो जाती है उन्हें लोहाघाट में दफनाने के लिए जगह ना मिलने के कारण 15 किलोमीटर दूर चंपावत के फूलगड़ी ले जाना पड़ता है

जहां जमीन खरीद कर उन्हें मृत व्यक्ति को दफनाना पड़ता है रेखा ने बताया आज उनके ससुर एलेग्जेंडर का निधन हो गया लेकिन लोहाघाट में दफनाने की जगह ना मिलने के कारण उनको गाड़ी किराए में लेकर तथा जमीन खरीदकर उन्हें चंपावत में दफनाना पड़ रहा है जिस कारण उन लोगों पर काफी ज्यादा आर्थिक बोझ पड़ता है रेखा ने बताया जबकि लोहाघाट में जीजीआईसी के पास क्रिश्चिचनो की बरसों पुरानी चर्च की भूमि है तथा एसएसबी कार्यालय के पास कब्रिस्तान की भूमि जिस पर लोगों ने अतिक्रमण कर दिया है प्रशासन से कई बार कहने के बावजूद उनकी चर्च की भूमि से प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाया गया है उन्होंने प्रशासन से चर्च की भूमि से कब्जा हटवाने तथा उन्हें कब्रिस्तान के लिए भूमि देने की मांग करी है उन्होंने कहा जबकि लोहाघाट में हर धर्म के लोगों के अंतिम संस्कार का स्थल बना हुआ है

सिर्फ क्रिश्चियन परिवार को अंतिम संस्कार की सुविधा से वंचित रखा गया है जबकि यह उनका मौलिक अधिकार है और वे बरसों से लोहाघाट के स्थाई निवासी हैं उन्होंने सरकार व प्रशासन से उन्हें कब्रिस्तान के लिए भूमि देने की मांग करी है वही लोहाघाट के क्रिश्चियन परिवार के सबसे बुजुर्ग एलेग्जेंडर के निधन पर क्षेत्र के लोगों ने शोक जताया स्थानीय लोगों ने कहा क्रिश्चियन परिवारों की समस्या वाजिब है जिसका प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए उनकी इस प्रमुख समस्या का समाधान करना चाहिए