
रिपोर्ट, संजय कुंवर
स्थान -जोशीमठ
मैदानी छेत्र में बढ़ती तपिश के कारण पहाड़ों में चहल पहल बढ़ने लगी है, जोशीमठ प्रखंड की सीमांत द्रोणागिरी घाटी अपनी दुर्लभ जड़ी बूटियों के भंडार के साथ साथ साहसिक पर्यटन के लिए भी खासी जानी जाती है, इन दिनों द्रोणागिरी वैली में बागनी खर्क, चंग बंग बेस कैम्प,कलंका, गरुड पीक, ऋषि कुण्ड, कनारी खाल,जैसे रोमांच भर देने वाले ट्रैकिंग डेस्टिनेशन पर देशी विदेशी पर्यटकों ओर ट्रैकिंग दलों की भरमार है,

द्रोणागिरी घाटी के बेहद खूबसूरत लोकेशन पर स्थित ग्लेशियर के मध्य बना ऋषि कुण्ड आजकल पथारोहियो की पहली पसंद बना हुआ है, जोशीमठ के युवा माउंटेन गाइड दिनेश सिंह राणा इस घाटी में ट्रैकिंग दलों को वर्षों से आवाजाही करा रहे है, इस बार भी ऋषि कुण्ड ट्रैक पर सीजन के पहले ट्रैकिंग दल को ऋषि कुण्ड ट्रैक करा कर वापस जोशीमठ लौटे दिनेश राना ने बताया कि द्रोणागिरी घाटी में इन दिनों मौसम खुश गवार है लिहाजा यहां ट्रेकिंग करने के लिए सबसे ज्यादा पर्यटकों की डिमांड है,

यहां उच्च हिमालय का प्राकृतिक सौंदर्य के साथ बर्फ में चलने का रोमांच भी ट्रेकरो को मिल रहा है, कुल मिलाकर यू कहे कि द्रोणागिरी घाटी इन दिनों पर्यटकों ओर ट्रैकरों के आवाजाही से गुलज़ार हो गई है, वहीं ट्रेकिंग दलो के आने से एडवेंचर एशोशिएसन जोशीमठ से जुड़े पर्यटन कारोबारियों को भी रोजगार मिल रहा है,

