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रिपोटर-गौरव
स्थान-हल्द्वानी
अतिक्रमण हटाने गई, नगर निगम की टीम के साथ हंगामा हो गया। इस बीच हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश भी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और विरोध शुरू हो गया।
इधर मामला बढ़ता देख सिटी मजिस्ट्रेट से लेकर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस बीच जमकर धक्का-मुक्की और नोकझोंक हुई। आखिरकार नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण तोड़ दिया शनिवार को सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट जेसीबी और नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने सुभाष नगर पहुंच गई। परिवार वालों ने इसका विरोध किया। जहीर ने बताया, कि करीब 70 वर्ष पहले उनके पिता नूर बख्श ने एक महिला से मकान खरीदा था। चार अक्तूबर को उन्हें नगर निगम का नोटिस मिला। इधर सूचना मिलने पर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश भी मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने नगर निगम की कार्रवाई का विरोध किया। एक घंटे से चल रहे विरोध को देखते हुए सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने इसकी सूचना नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय और सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को दी। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट ओर एसपी सिटी हरबंस सिंह भी पुलिस टीम साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने विधायक सुमित हृदयेश और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इस दौरान मंडी समिति के एक सदस्य और एक छात्र नेता के बीच बहस होने लगी। सीओ ने इस पर छात्र नेता को डांट दिया। इसक बाद पारा हाई लेबल पर चले गये। दोनों में जमकर बहस हो गई जो धक्कामुक्की तक पहुंच गई। पुलिस ने छात्र नेता की शर्ट पकड़कर खींचा।
विधायक सुमित हृदयेश के बीच बचाव के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ। एक बार तो नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इस बीच आसपास की दुकानें बंद हो गईं। हंगामा बढ़ने के तीन घंटे बाद नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय मौके पर पहुंचे। उन्होंने विधायक को समझाया। कहा कि कोर्ट से स्टे खारिज हो चुका है। इसके बाद विधायक वहां से चले गए। फिर नगर निगम ने अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया।