मुक्तेश्वर में आसुओं का सैलाब, भारत माता की जय-जयकार

मुक्तेश्वर में आसुओं का सैलाब, भारत माता की जय-जयकार

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रिपोटर -ब्यूरो रिपोट

स्थान -मुक्तेश्वर

शहीद दीपक पांडे का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचाया गया तो गांव आंसुओं के सैलाब में डूब गया। हर बच्चा और जवान भारत माता की जय-जयकर करने लगा। वहीं जैसे ही बेटे का शव सामने आया तो मां और छोटी बहन बेहोश हो गईं। भाई और पिता फूट-फूट कर रोए। लोगों ने उन्हें संभाला, लेकिन इन सबके बीच लोगों का रोम-रोम देशभक्ति से डूबा नजर आया। बाद में चित्रशिला घाट पर शरीद के शव को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

चारों ओर गुंजा जय जयकार
मुक्तेश्वर के मल्ला गहना सुपाकोट निवासी 27 वर्षीय दीपक पांडे कुमाऊं रेजीमेंट के बंगाल इंजीनियरिंग में तैनात थे। शनिवार को वे ड्यूटी पर तैनात थे, जहां एक हादसे में उनकी मौत हो गई। जवान का पर्थिव शरीर सोमवार को उनके आवास पहुंचाया गया। जहां भारी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ-साथ सेना के जवानों ने दीपक पांडे को श्रद्धांजलि दी। दीपक पांडे का पार्थिव शरीर उनके आवास लाया गया तो चारों तरफ भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा जैसे नारे गूंजने लगे।

पिता पुजारी, भाई काश्तकार
परिवार के लोगों ने दीपक को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। दीपक पांडे 2017 से कुमाऊं रेजीमेंट के बंगाल इंजीनियरिंग में इलेक्ट्रीशियन के पद पर तैनात थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू के उधमपुर में थी। परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटी बहन और एक बड़ा भाई है। दीपक की मां आंगनबाड़ी में काम करती हैं। उनके पिता रमेश चंद्र पांडे पूजा पाठ का काम करते हैं। जबकि बड़े भाई खेती-बाड़ी का काम करते हैं।