
रिपोर्टर -दीपक नौटियाल
स्थान -उतरकाशी
चारधाम यात्रा अपने चरम पर है ऐसे में यात्रियों के द्वारा धामों में दर्शन करने के दौरान यात्रियों द्वारा चलती गाड़ी से प्लास्टिक की खाली बोतलें वा प्लास्टिक के खाली रेफर सीधे सड़कों पर फेंका जाता है

जिससे पहाड़ो में बदलता मौसम से हवा या बारिश से सीधे मां गंगा में गिर जाते हैं जिससे मां गंगा प्रदूषित होती है इसको देखकर प्रकृति का साथी संगठन ने जनपद मुख्यालय से गंगोत्री की ओर 40 किलोमीटर की दूरी पर तक 40 बोरी प्लास्टिक बोतलें उठा कर कबाड़ा वेचने वाले व्यवसायी को जमा किया

आपको बता दें कि प्रकृति का साथी संगठन के अभिषेक रावत का कहना है कि धामों के दर्शन करने के दौरान यात्रियों द्वारा फेंके गई प्लास्टिक बोतलें व प्लास्टिक रेफर मां गंगा में सम्मिलित हो रही है

और वही मां गंगा प्रदूषित हो रही है इसको ध्यान में रखते हुए हमारी टीम लगातार प्लास्टिक बोतलें उठाकर कबाड़ वेचने वाले व्यवसायियों को जमा कर रहे हैं ताकि उनको भी आर्थिक रूप से मदद मिल पाए

