
रिपोर्टर -संजय कुंवर
स्थान -जोशीमठ,
उत्तराखंड के चार धामों में एक बदरीनाथ धाम के साथ साथ अब पंच बदरी में एक प्रमुख बदरी भविष्य बदरी धाम भी श्रद्धालुओं की आमद से गुलजार होने लगा है, जोशीमठ प्रखंड के सुभाई गांव के ठीक ऊपर चीड़ देवदार के घने जंगलों के मध्य स्थित भगवान विष्णु को समर्पित ये भविष्य बदरी धाम उत्तराखंड के पंच बदरी सर्किट का एक महत्वपूर्ण धाम है यह धाम अपने अनुपम प्राकर्तिक सौंदर्य और आध्यात्मिक शान्ति के लिए जाना जाता है,

भविष्य बदरी धाम तक सड़क कनेक्टविटी हो जाने से अब देश के कोने कोने से इन दिनों यहां तीर्थ यात्री पहुंच रहे है, और यहां मन्दिर के दर्शन के साथ मनोरम बुग्यालों और पुष्प वाटिकाओ के अद्वितीय सौंदर्य का लुफ्त भी उठा रहे है,मन्दिर में पूजा का जिम्मा संभाल रहे पुजारी सौरभ सिंह बताते है कि भविष्य बदरी धाम की मान्यता पर नजर डालें तो पुराणों में कहा गया है कि कलयुग के अंतिम दौर में जब नृसिंह मन्दिर में भगवान नृसिंह की बांयी भुजा जब पूरी तरह खंडित हो जाएगी

तब बद्रीनाथ धाम का मार्ग पटमिला छेत्र में किन्हीं कारण से अवरुद्ध हो जाएगा तत्पश्चात भगवान बदरी विशाल सुभाई गांव के उपर इसी रमणीक स्थान पर भविष्य बदरी भगवान के रूप में विराजित होंगे और दर्शन देंगे,जिसका उदाहरण आप इस भविष्य बदरी धाम आकर खुद देख सकते है कि कैसे यहां भगवान विष्णु की वहीं पद्मासन मुद्रा वाली मूर्ति स्वयंभू प्रकट हो रखी है और धीरे धीरे अपने रूप में आने लगी है, जिस चमत्कार को प्रणाम करने यहां प्रतिदिन सैकड़ों श्रधालुओं का तांता लगा रहता है,

