“गंगा संस्कृति यात्रा” का शानदार आगाज़ देव डोली के रूप में प्रकट हुई मां गंगा

“गंगा संस्कृति यात्रा” का शानदार आगाज़ देव डोली के रूप में प्रकट हुई मां गंगा

रिपोर्ट -दीपक नौटियाल

स्थान -उत्तरकाशी

संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत गंगोत्री से गंगासागर तक “गंगा संस्कृति यात्रा” का गंगोत्री धाम के बाद आज जनपद मुख्यालय उत्तरकाशी में शानदार आगाज़ हुआ।


गंगोत्री धाम के परिसर में उद्‌घाटन समारोह में डॉ विजय कपूर वाराणसी द्वारा भजन एवं सुगम संगीत गायन, कुलेश्वर ठाकुर ग्रुप दिल्ली की गंगा नृत्य नाटिका, सोनाली चक्रवर्ती ग्रुप प्रयागराज की “मां गंगा सनातन धर्म की धरोहर” नृत्य नाटिका, उत्तराखंड के जौनसार से भगत सिंह राणा दल एवं चमोली गढ़वाल के सुभाष देवराणी दल द्वारा रोचक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं गईं। वहीं जनपद मुख्यालय में संवेदना ग्रुप जोनसार लोकगायक मनोज सागर सहित उत्तरप्रदेश हरियाणा एवं पंजाब के सांस्कृतिक दलों ने अपनी प्रस्तुति दी कार्यक्रम के स्थानीय संयोजक रंगकर्मी सुरक्षा रावत ने बताया कि गंगोत्री धाम परिसर में उपस्थित हजारों तीर्थयात्रियों एवं क्षेत्रवासियों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनंद लिया साथ ही उनके द्वारा कलाकारों की उत्कृष्ट एवं मनमोहक प्रस्तुतियों की मुक्त कंठ से सराहना की गई।

इस अवसर पर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज के निदेशक सुरेश शर्मा ने बताया कि इस गंगा संस्कृति यात्रा का मुख्य उद्देश्य गंगा के माध्यम से पूरे भारत की की विविध सांस्कृतिक धरोहर एवं संस्कृति का आपसी आदान-प्रदान के अलावा आम जन-मानस और विशेषकर युवा पीढ़ी को गंगा के ऐतिहासिक विरासत एवं महत्व को समझाने तथा स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता लाना है। गंगा जहां पूरे भारतवर्ष के लिए जीवनदायिनी है, वहीं पहाड़ों तथा मैदानी क्षेत्र में इसके स्वरूप में विविधता भी है।

गंगोत्री धाम में आयोजित भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बाद जनपद मुख्यालय उत्तकाशी , रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग व मुनि की रेती- ऋषिकेश सहित देश के 20 चुनिंदा केंद्रों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न होंगे।