रानीखेत राजकीय चिकित्सालय से डाक्टरों के स्थानातरण पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जताई नाराजगी

रानीखेत राजकीय चिकित्सालय से डाक्टरों के स्थानातरण पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जताई नाराजगी

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रिपोटर -संजय जोशी

स्थान -रानीखेत

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को पत्र लिखकर गोविन्द सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय से विशेषज्ञ डाॅक्टरों के स्थानान्तरण पर गहरी नाराज़गी जताई । उहोंने सरकार पर चिकित्सालय की उपेक्षा का आरोप लगाया।स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को लिखे पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय रानीखेत कुमाऊं एवं गढ़वाल दोनों ही क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है। रानीखेत व उसके आसपास के लोग इस चिकित्सालय पर निर्भर है वहीं गैरसैण इत्यादि क्षेत्रों से भी लोग इलाज के लिए यहां आते है।

वर्तमान मे कुछ इमेरजेंसी मेडिकल आफिसर (ई0एम0ओ0) की नियुक्ति की गई है। परन्तु रोग विशेषज्ञ यहां से लगातार हटाए जा रहे है।उन्होंने कहा कि कार्डियोलाॅजिस्ट डाॅक्टर का स्थानान्तरण रानीखेत किया गया था लेकिनउसे एक माह के कार्यकाल के बाद ही यहां से स्थानान्तरित कर दिया गया।इसी माह जून में अभिषेक गुप्ता-डिप्लोमा इन मेडिसिन, सुधांशु सिंह- कार्डियो स्पेशिलिस्ट , डा रूचि गायनो स्पेशिलिस्ट डाॅक्टरों का स्थानान्तरण कर दिया गया वहीं पूर्व मे ई0एन0टी0 डाॅक्टर व हड्डी रोग विशेषज्ञ का भी यहां से स्थानान्तरण कर दिया गया। जिनकी प्रतिनियुक्ति नहीं की गई है। उहोने कहा कि स्वास्थ विभाग ने गोविन्द सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय रानीखेत को पूरी तरह से बर्बाद करने का मन बनाया है। उहने कहा कि अस्पताल मेरे पिता जी स्व0 श्री गोविन्द सिंह माहरा के नाम से है

शायद यह कारण भी हो सकता है सरकार ऐसा कर रही है।मंत्री जी भली-भांति जानते है कि पर्वतीय क्षेत्र के बुजुर्ग और महिलाओं को किस प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है । बता दे कि भाजपा सरकार में अधिकतर डाक्टरों का तबादला नैनीताल, देहरादून किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की स्थानातरण नीति चर्चाओं का विषय बनी है।