कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत का सूदखोर पर चाबुक, महिला को वापस दिलाई गिरवी कार

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत का सूदखोर पर चाबुक, महिला को वापस दिलाई गिरवी कार

हल्द्वानी

उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के कमिश्नर आईएएस दीपक रावत (IAS Deepak Rawat) ने एक सूदखोर से परेशान महिला को राहत दिलाई. हल्द्वानी निवासी महिला की गिरवी रखी कार कमिश्नर रावत ने महिला को वापस दिलाई. जिसके बाद मामले की चर्चा पूरे शहर में होने लगी. अपनी तेज-तर्रार कार्यशैली को लेकर देश के चर्चित प्रशासनिक अधिकारियों की लिस्ट में शामिल IAS दीपक रावत हल्द्वानी में जनता दरबार लगाते हैं. यहां वह कई ऐसे मामलों का निपटारा कर पीड़ितो को इंसाफ दिलाते हैं. उन्हें पिछले काफी समय से सूदखोरों की शिकायतें मिल रही थीं, जिसपर वह कार्रवाई भी कर रहे हैं.

ताजा मामला हल्द्वानी का है, जहां संगीता भाकर नाम की एक महिला ने कुछ समय पहले हल्द्वानी के ही एक ज्वेलर राजेंद्र सिंह से करीब 15,000 रुपये ब्याज पर लिए थे. इसके बदले में संगीता ने अपनी वैगन आर कार को राजेंद्र के पास गिरवी रखा था. समझौते के अनुसार धनराशि भुगतान पर 10 प्रतिशत ब्याज तय हुआ था लेकिन संगीता तय समय पर पूरी रकम नहीं लौटा पाई. जिसके बाद ज्वेलर ने ब्याज की रकम को तीन गुना कर दिया और संगीता की कार वापस देने से भी इंकार कर दिया. जिसके बाद संगीता ने परेशान होकर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के सामने अपनी शिकायत दर्ज करवाई.

ज्वेलर ने संगीता को वापस दी कार
संगीता की शिकायत का संज्ञान लेते हुए आईएएस दीपक रावत ने दोनों पक्षों को हल्द्वानी स्थित अपने कैंप कार्यालय में बुलाया और पूरी जानकारी ली. जिसके बाद आयुक्त रावत ने ज्वेलर राजेंद्र सिंह को संगीता को कार तुरंत लौटाने के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने तय किया कि संगीता हर महीने 1000 रुपये की किस्त में शेष राशि का भुगतान सुनार को करेगी. दीपक रावत ने राजेंद्र को चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसे किसी भी अनुचित कार्य में अगर वह लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. संगीता भाकर ने अपनी

कार वापस मिलने पर आयुक्त दीपक रावत का आभार व्यक्त किया. कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत की इस कार्रवाई ने न केवल प्रभावित पक्ष को राहत दी बल्कि भविष्य में सूदखोरी के मामलों को रोकने के लिए भी एक कड़ा संदेश दिया है. प्रशासनिक अधिकारी जब जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं और न्याय के लिए तत्पर रहते हैं, तो इसका समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.